Apna Dal ( S ) - Madhya Pradesh

उत्तर प्रदेश में वर्ष 1995 में डॉ सोनेलाल पटेल जी के ‘सामाजिक न्याय और विकास’ की विचारधारा को धरातल पर चरितार्थ करते हुए, अपना दल (सोनेलाल), मध्य प्रदेश में पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल के सानिध्य में राजनीतिक रणनीतिकार अतुल मलिकराम के मार्गदर्शन में अपने संगठन को मजबूती प्रदान कर रहा है. आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मध्य प्रदेश के अंदर, पार्टी के कार्यकर्ता पूरी सक्रियता के साथ जमीनी स्तर, प्रदेशवासियों को शोषित, वंचित, पिछड़े, मजदूर और किसान वर्ग के उत्थान हेतु जागरूक करने के साथ-साथ, संगठित करने का प्रयास कर रहे हैं.
पार्टी ने 2023 विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए, प्रदेशभर में 1 करोड़ 10 लाख नए सदस्य जोड़ने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता, ऑनलाइन मेम्बरशिप प्रक्रिया के साथ-साथ संभाग, जिले, तहसील, जनपद पंचायत, जिला पंचायत, नगर पंचायत और ग्राम पंचायत स्तर पर, व्यक्तिगत रूप से लोगों को साथ लाने के लिए प्रयत्नरत्न हैं.
मध्य प्रदेश अपना दल (एस) अपनी सम्पूर्ण ताकत के साथ प्रदेशभर में पार्टी को संगठित व सुदृढ़ करने के लिए प्रतिबद्ध है और देशभर में पार्टी की “सामाजिक न्याय और विकास” की विकासोन्मुख विचारधारा को प्रबलता से पहुंचाना है.
Smt. Anupriya Patel
Party President

Minister, Govt. of India
28 अप्रैल 1981 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में डॉ सोनेलाल पटेल जी की तीसरी बेटी के रूप में जन्मी माननीय अनुप्रिया पटेल जी की शख्सियत आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है। 17 अक्टूबर 2009 को पिता श्रद्धेय डॉ० सोनेलाल पटेल जी के कार दुर्घटना में आकस्मिक निधन के बाद, राजनीति की कठिन डगर पर कदम बढ़ने वाली श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने कम समय में एक उच्च शिक्षित, सरल, सौम्य, धैर्यवान और साहसी राजनेता के रूप में ख्याति अर्जित की है।
वह 2012 में वाराणसी के रोहनिया विधानसभा सीट से पीस पार्टी ऑफ इंडिया और बुंदेलखंड कांग्रेस के गठबंधन की उम्मीदवार बनीं और पहली बार विधायक चुनी गईं। इसके बाद श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने बीजेपी-अपना दल गठबंधन से 2014 का लोकसभा चुनाव, मिर्जापुर से लड़ा। जिसे जीतकर उन्होंने संंसद का सफर तय किया। इसके साथ ही वह केंद्र सरकार में राज्यमंत्री भी बनाई गईं। इस दौरान वह सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्रियोंं में से एक थीं। वहीं 2019 में भी वह मिर्जापुर से सांसद चुनी गई। जिसके बाद 2021 के कैबिनेट विस्तार में उन्हें दोबारा मंत्री पद से नवाज़ा गया। तत्पश्चात हाल के 2024 आम चुनाव में उन्होंने लगातार तीसरी बार मिर्जापुर से ऐतिहासिक जीत दर्ज की। वर्तमान में श्रीमती अनुप्रिया पटेल, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री का पदभार संभाल रही हैं।
Shri Ashish Singh Patel
Executive Chairman

Minister of Technical Education of Uttar Pradesh
श्रीमान आशीष पटेल जी का जन्म 13 अगस्त 1979 में चित्रकूट के हनुमानगंज में हुआ था। उनके पिता का नाम स्व. मणिशंकर सिंह पटेल है। आशीष ने 12वीं की परीक्षा जीआईसी प्रयागराज और बीटेक की पढाई झांसी से की है। उन्होंने बीटेक के उपरांत जल निगम कानपुर में इंजीनियर के पद पर नौकरी की। 27 सितंबर 2009 को उनकी शादी अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल की बेटी और वर्तमान में मोदी सरकार 3.0 में केंद्रीय मंत्री, अनुप्रिया पटेल से हुई।
पेशे से इंजीनियर आशीष पटेल का राजनीति से रिश्ता शादी के बाद ही जुड़ा। इससे पूर्व वह सक्रीय राजनीति का हिस्सा नहीं थे। साल 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले अनुप्रिया पटेल और मां कृष्णा पटेल के बीच अपना दल के हक़ को लेकर विवाद हो गया। जिसके बाद अनुप्रिया पटेल ने अपने पति आशीष पटेल के साथ मिलकर अपना दल (सोनेलाल) नाम से अलग पार्टी बना ली। नई पार्टी का राष्ट्रीय श्रीमती अनुप्रिया पटेल को बनाया गया और कार्यकारी अध्यक्ष की भूमिका आशीष पटेल जी ने निभाई। इसके बाद साल 2018 में उन्हें विधान परिषद सदस्य चुना गया।
वहीं, उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 में अपना दल (एस) ने भारतीय जनता के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और सरकार बनाई। बीजेपी ने योगी मत्रिमंडल गठन में गठबंधन के नेताओं को भी जगह दी। उसी कड़ी में अपना दल (एस) के नेता आशीष पटेल को भी योगी सरकार में मंत्री बनाया गया। वर्तमान में वह यूपी कैबिनेट में तकनीकी शिक्षा मंत्री का पद संभाल रहे हैं।
Atul Malikram
Party Political Strategist

Political Strategist and Business Consultant
अतुल मलिकराम एक भारतीय राजनीतिक रणनीतिकार, पीआर कंसल्टेंट, लेखक, समाजसेवी और एंगर मैनेजमेंट एक्सपर्ट हैं। पिछले कुछ वर्षों में भारतीय राजनीतिक पृष्ठभूमि, खासकर मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश जैसे हिंदी भाषी राज्यों में, उन्होंने अपनी अलग छवि विकसित की है। उनकी मध्य प्रदेश में सिंधिया खेमे के बीजेपी में शामिल होने से लेकर, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस के कमान संभालने और 2024 के आम चुनावों में बीजेपी-एनडीए के 294 सीटें जीतने जैसी भविष्यवाणियाँ सही सिद्ध हुई हैं। बुंदेलखंड 24×7 डिजिटल न्यूज़ प्लेटफार्म के माध्यम से उन्होंने बुंदेलखंड क्षेत्र की जन समस्याओं को प्रमुखता से उठाने के साथ-साथ एक सफल, सुदृढ़ पृथक बुंदेलखंड बनाने की मुहीम को भी नई ऊर्जा प्रदान की है।
वे ‘दिल से’, ‘गल्लां दिल दी’, ‘दिल विल’, ‘माई दिल गोज़’ और ‘दिल दश्त’ जैसी अन्य प्रेरक किताबों के लेखक हैं। एंगर मैनेजमेंट एक्सपर्ट के रूप में उन्होंने इंदौर शहर में देश के पहले एंगर मैनेजमेंट कैफे ‘भड़ास’ की शुरुआत की है। बुजुर्गों के प्रति सामाजिक नजरिए को एक सकारात्मक दिशा देने के उद्देश्य से उन्होंने इंदौर शहर में तीन डे केयर सेंटर्स की शुरुआत की, जो उनके संरक्षण में स्थापित सामाजिक संस्था ‘बीइंग रेस्पॉन्सिबल’ के तहत संचालित हो रहे हैं। साथ ही, गर्मी में प्यास से तड़पते पक्षियों के लिए #दानापानी अभियान के तहत हजारों की संख्या में मिट्टी के सकोरे और ज्वार-बाजरे के दाने वितरित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, #नंगेपैर अभियान के तहत धूप में नंगे पैर घूमते जरूरतमंद लोगों को चप्पल और टोपियाँ वितरित की गईं। उन्होंने स्ट्रीट वेंडर्स की ब्रांडिंग को ध्याम में रखकर, मेरा नाम मेरी पहचान अभियान के तहत स्टैन्डी, बैनर, पोस्टर तथा बारिश में स्कूली बच्चों व जरूरतमंदों के बीच रेन कोट तथा छाते वितरित करने की पहल भी की है।
सामाजिक परिवर्तन लाने में उत्कृष्ट भूमिका निभाने के लिए उन्हें, प्रतिष्ठित ‘गॉडफ्रे फिलिप्स रेड एंड व्हाइट गोल्ड अवॉर्ड’ से सम्मानित किया जा चुका है। अतुल मलिकराम, भविष्य की योजनाओं के तहत, सतत विकास लक्ष्यों के लिए #2030काभारत अभियान के अंतर्गत, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, शून्य गरीबी व शून्य भुखमरी के लिए रणनीतिक रूप से कार्य कर रहे हैं।